दोस्तो अगर आप दसवीं कक्षा में है या आपने दसवीं पास कर ली है और Software Engineer बनना चाहते हैं तो आप बिलकुल सही जगह आए हैं आज के लेख में हम आपको दसवीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने की पूरी और सही जानकारी देंगे आज का लेख पढ़ने के बाद आपके Software Engineer बनने को लेकर सारे डाउट क्लियर हो जायेंगे।
जितना आज के समय में कंप्यूटर का महत्व है आने वाले समय में कंप्यूटर का महत्व और बढ़ने वाला है सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मांग सिर्फ कम्प्यूटर में ही नहीं बल्कि मोबाइल या हर वो चीज जिसमें सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है वहां होती है।
कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल में तो सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता ही है लेकिन आज कल ऐसे गैजेट बन रहे है जिनमें सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है यहां तक कि Led बल्ब में भी सॉफ्टवेयर का उपयोग होने लगा है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने से पहले सॉफ्टवेयर क्या होता है उसके बारे में थोड़ी सी जानकारी दे देते हैं।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर क्या होता है?
सॉफ्टवेयर इंजीनियर वह व्यक्ति होता है जिसको प्रोग्रामिंग आती है एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को प्रोग्रामिंग भाषा का पूरा ज्ञान होता है जिसमें कोडिंग के जरिए वह सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन बना सकता है ये उनमें आई खराबी को ठीक कर सकता है लैपटॉप और मोबाइल के नए नए सॉफ्टवेयर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ही बनाता है जिसे सॉफ्टवेयर डेवलेपर भी कहते है।
सॉफ्टवेयर क्या होता है?
आसान शब्दों में समझे तो सॉफ्टवेयर एक तरह का प्रोग्राम होता है जो किसी विशेष कार्य को करने के लिए बनाया जाता है वह कार्य एक या एक से अधिक भी हो सकते है इसमें प्रोग्राम कोड, डेटा, इंटरफेस होता है। जिनको कंप्यूटर हार्डवेयर पर रन किया जाता है।
सॉफ्टवेयर कई प्रकार के होते हैं जैसे
- ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
- टूल्स
- गेम्स
- नेटवर्क सॉफ्टवेयर
- Ai भी एक सॉफ्टवेयर है
ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या होते है इनके बारे में नीचे बताया गया है।
- ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर: ऑपरेटिंग सिस्टम का काम कंप्यूटर को ऑपरेट करने में आता है जिसमें ड्राइवर और फर्मवेयर होते है जिनका काम कंप्यूटर को खोलना बंद करना उस पर और सॉफ्टवेयर इंस्टाल करना आदि।
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर: एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को App और Software के रूप में जाना जाता है App जो हमलोग मोबाइल में इस्तेमाल करते है वो होती है और Software जिनका इस्तेमाल कम्प्यूटर और लैपटॉप में होता है। जैसे गूगल क्रोम का इस्तेमाल अगर हम मोबाइल में करते है तो उसे एप कहेंगे और अगर कंप्यूटर या लैपटॉप में करते है तो उसे सॉफ्टवेयर कहते हैं।
एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर भी कई प्रकार के होते है जैसे मोबाइल एप्लीकेशन जो फोन और टैबलेट पर चलती है, सॉफ्टवेयर जो कंप्यूटर और लैपटॉप पर चलती है, वेब एप्लीकेशन जो वेब ब्राउजर पर चलती है।
सॉफ्टवेयर के उदाहरण: माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, एडोबी फोटोशॉप, वीएलसी मीडिया प्लेयर, जूम और भी जो सभी डक्टोप (कंप्यूटर) पर इस्तेमाल होते है उन्हे सॉफ्टवेयर कहते है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के उदाहरण: यूट्यूब, क्रोम, इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि जो भी मोबाइल और टैबलेट पर इस्तेमाल होती है उन्हे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहते हैं।
10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने?
आप 10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर दो तरीके से बन सकते है एक तो आप 12वीं के बाद डिग्री कोर्स करके सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते है या 10वीं के बाद आईटीआई डिप्लोमा कोर्स करके सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं आज का लेख 10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का है तो हम इस पर ही जानकारी देंगे।
10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आपको कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा करना होगा जिसको आप पॉलिटेक्निक आईटीआई के जरिए कर सकते है जो की 3 साल का होता है 3 सालो में 6 सेमस्टर होते है।
आईटीआई में लगभग सभी क्षेत्रों के इंजिनियरिंग कोर्स कराए जाते है पॉलिटेक्निक में कंप्यूटर साइंस के साथ साथ मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल इंजीनियरिंग कोर्स होते है।
आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना है तो आपको कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करनी पड़ेगी और इसे आप प्राइवेट आईटी संस्थानों से या सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज से कर सकते हैं।
प्राइवेट संस्थानों में पैसे ज्यादा लगते है लेकिन सरकारी में बहुत ही कम पैसों में हो जाता है पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेने के लिए आपको इसका एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है। कुछ प्राइवेट संस्थान ऐसे भी है जो डायरेक्ट एडमिशन दे देते है लेकिन उनकी फीस भी ज्यादा होती है।
3 साल की पॉलिटेक्निक करने के बाद जूनियर इंजीनियर के पद पर रहेंगे और अगर आप सीनियर इंजीनियर बनना चाहते ही तो आपको डिग्री लेनी होगी वो आप पॉलिटेक्निक करके डिग्री के लिए एडमिशन ले सकते है जो सिर्फ एक साल की होगी इसके बाद सीनियर इंजीनियर बन पाएंगे।
10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए क्या करें?
10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आपको क्या करना है इसके बारे में हमने नीचे बताया है
- सबसे पहले आपको 10वीं में अच्छे नंबर से पास होना है।
- इसके बाद आपको एंट्रेंस एग्जाम की तयारी करनी है।
10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए बेस्ट कॉलेज
10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए बेस्ट प्राइवेट और सरकारी कॉलेज की सूची नीचे है
सरकारी कॉलेज
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | दिल्ली |
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | कानपुर |
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | प्रयागराज |
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | बनारस |
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | रुड़की |
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | खड़गपुर |
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | मुंबई |
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | गुवाहाटी |
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | इंदौर |
प्राइवेट कॉलेज
शारदा यूनिवर्सिटी | नोएडा |
मोतीलाल नेहरु इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | प्रयागराज |
जी एल ए यूनिवर्सिटी | मथुरा |
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय | इंदौर |
10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए प्राइवेट और सरकारी कॉलेज की फीस?
कॉलेज की क्लियर कट फीस बता पाना मुश्किल है क्योंकि सभी की फीस अलग है और ये कम ज्यादा होती रहती है क्लियर कट कॉलेज की फीस आपको कॉलेज की वेबसाइट या कॉलेज से पता चल जायेगी प्राइवेट कॉलेज की अपेक्षा सरकारी कॉलेज में फीस बहुत कम लगती है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?
स्टार्टिंग में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर फ्रेशर होता है तो उसकी सैलरी भी उसी हिसाब से होती है जो 10,000 से 20,000 रुपए हो सकती है जैसे जैसे उन्हें अनुभव होता है उनकी सैलरी भी बढ़ती है वो आपके अनुभव और आप किस कंपनी में नौकरी कर रहे हैं उस पर निर्भर है हमने 2 लाख रूपए पर मंथ सैलरी पाने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी देखे हैं।
FAQ
सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने में कितना समय लगता है?
अगर आप 10वीं के बाद आईटीआई डिप्लोमा करते है तब आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने में 3 वर्ष का समय लगता है।
क्या हम 10th के बाद सॉफ्टवेयर कर सकते हैं?
जी हां आप 10th के बाद डिप्लोमा कोर्स के जरिए सॉफ्टवेयर कर सकते है।
10 वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के लिए कौन सा विषय सबसे अच्छा है?
10 वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के लिए साइंस विषय सबसे अच्छा है।
निष्कर्ष
उम्मीद है आज के लेख से आपके मन में 10वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने से संबंधित सारे सवाल क्लियर हो गए होंगे हमने लगभग सभी सवालों को ध्यान में रखकर लेख लिखा है।
आज का लेख आपको कैसा लगा या आपके मन में कोई सवाल है तो आप कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से हमसे पूछ सकते है। ऐसे ही अच्छे लेख और काम की जानकारी पाने के लिए ब्लॉग के साथ जुड़े रहिए। धन्यवाद
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